साधना काल में पीली गौ का घी प्रयोग में लें तथा दीपक में रुई का प्रयोग करें। उस रुई को पहले पीले रंग में रंग कर सुखा लें और इसके बाद ही उस रुई की बत्ती बनाएं। साधना में छत्तीस अक्षर वाला मन्त्र प्रयोग करना ही उचित है और यही https://youtube.com/shorts/hev7JzeBfpQ